हे वृषभानु सुते ललिते, मम कौन कियो अपराध तिहारो?
हे वृषभानु सुते ललिते, मम कौन कियो अपराध तिहारो? काढ़ दियो ब्रज मंडल से, अब और भी दंड दियो अति भारो। सो कर ल्यो, आपनों कर ल्यो, निकुंज कुटी यमुना तट प्यारो। आप सों जान दया के निधान, भई सो भई अब बेगी सम्हारो। – श्री राधा बाबा यह जो पद है, श्री राधा बाबा […]
हे वृषभानु सुते ललिते, मम कौन कियो अपराध तिहारो? Read More »